नव ग्रहों में विशेष स्थान प्राप्त है शनि देव को

 

नव ग्रहों में विशेष स्थान प्राप्त है शनि देव को

शनि देव न्याय प्रिय देवता है अच्छे –बुरे कर्मो का फल प्रदान करने वाले देवता है मनुष्य हो, देव हो या दैत्य शनि देव सबको उसके अच्छे बुरे कर्मो का फल देते है सूर्य देव और छाया के पूत्र है शनि देव का वर्ण श्याम है सिर पर स्वर्णमुकुट,और गले में माला और शरीर पर  नीले रंग के वस्त्र और हाथो में धनुष,वाण,त्रिशूल और वर- मुद्रा धारण करते है कालभैरव, हनुमान, बुध और राहु इनके प्रिय मित्र है मकर और कुम्भ राशि के शनि देव स्वामी ग्रह है जब कोई मनुष्य शनि देव के प्रभाव में आता है तब वह मनुष्य गंभीर,त्यागी,तपस्वी और क्रोधी स्वभाव का हो जाता है शनि देव प्रत्येक राशि में तीस-तीस महीने रहते है शनि देव की क्रूर दृष्टि जिस मनुष्य पर पडती है वह वात,कैंसर,शुगर, त्वचा रोग आदि से ग्रसित हो जाता है और शनि देव की जिस पर कृपा हो जाती है उस मनुष्य का सारा कष्ट शनि देव समाप्त कर देते है और उसे धन दौलत और उसे सभी सुखो से परिपूर्ण कर देते है शनि देव की कृपा दृष्टि पाने के लिए पूजा –आराधना के साथ-साथ अगर हम काली बस्तुओ का दान करते है तो लाभकारी होगा

Comments

  1. शनि शनिचराय नमः 🙏🙏

    ReplyDelete
  2. शनि शनिचराय नमः 🙏🙏

    ReplyDelete
  3. शनिदेव की कृपा सब पर बनी रहे ...हमे बुरे कर्म से दूर रखें और अच्छे कर्म करने की प्रेरणा दे

    ReplyDelete
  4. Karmfaldata shanidev ki jai🙏🙏

    ReplyDelete
  5. Jai Shanidev🙏

    ReplyDelete
  6. Karmfaldata shaniidev ki jai ho🙏🙏🙏

    ReplyDelete
  7. जय शनिदेव 🙏

    ReplyDelete
  8. शनिदेव की कृपा सब पर बनी रहे

    ReplyDelete
  9. जय शनिदेव

    ReplyDelete
  10. शनिदेव की कृपा सब पर बनी रहे

    ReplyDelete
  11. शनिदेव की कृपा सब पर बनी रहे ...हमे बुरे कर्म से दूर रखें और अच्छे कर्म करने की प्रेरणा दे-नवकुंज

    ReplyDelete
  12. शनि देव न्याय प्रिय देवता है अच्छे –बुरे कर्मो का फल प्रदान करने वाले देवता है

    ReplyDelete
  13. मनुष्य शनि देव के प्रभाव में आता है तब वह मनुष्य गंभीर,त्यागी,तपस्वी और क्रोधी स्वभाव का हो जाता है

    ReplyDelete
  14. शनिदेव की कृपा सब पर बनी रहे ...हमे बुरे कर्म से दूर रखें और अच्छे कर्म करने की प्रेरणा दे-शनिसेवा संस्था

    ReplyDelete
  15. अच्छे कर्म,दीन दुःखी सेवा एवं बुजुर्गों की सेवा एवं सम्मान, उचित वाणी सभी को शनि की दृष्टी से बचाता है क्योकि शनि न्याय के देवता है एवं कर्म के अनुसार फल देते है । रावण को फल उसके बुरे कर्म के वजह से मिला जबकि वह महान पुजारी था।-शनिधाम

    ReplyDelete
  16. सत्य है नकरात्मक समय एवं परिस्थिति आपको अच्छाइयो से दूर करते हैं। शनि की दृष्टी से कोई बचा नही सकता। वाणी दोष इसका सबसे बड़ा प्रमाण है । -शिवधाम कुरनूर

    ReplyDelete
  17. वाणी दोष एवं बुरे विचार से दूर रहने से ही शनि की कृपा रहती है- शनि धाम

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

महर्षि दुर्वासा के ललाट से भष्म के गिरने से कुंभीपाक नरक स्वर्ग कैसे हो गया

भगवान शंकर की माया neelam.info

देवी षष्ठी ने राजा के मृत बालक को पुनर्जीवित कर दिया