गौतम ऋषि अपनी पत्नी अहिल्या को पत्थर बनने का शाप क्यों दिया

गौतम ऋषि अपनी पत्नी अहिल्या के साथ आश्रम में रहते थे
ऋषि की पत्नी अहिल्या बहुत सुंदर थी।
गौतम ऋषि प्रतिदिन भोर में गंगा स्नान करने जाते थे
अहिल्या की सुंदरता को देखकर देवराज इंद्र अहिल्या पे मोहित हो गए
देवराज इंद्र ने अहिल्या के साथ छल किया
गौतम ऋषि जब भोर में गंगा स्नान के लिए गए
देवराज इंद्र उसी समय गौतम ऋषि का रूप धारण कर के अहिल्या के पास आए
अहिल्या को लगा मेरे स्वामी आ गए हैं देवराज इंद्र ने अहिल्या के साथ छल किया
उसी समय गौतम ऋषि अपने आश्रम में आए
गौतम ऋषि क्रोध में इंद्र से बोले कौन हो तुम मुझे अपना असली रूप दिखाओ
ऋषि बने इंद्र गौतम ऋषि के सामने देवराज इंद्र के रूप में प्रगट हुए
गौतम ऋषि ने देवराज इंद्र को शाप दिया
जिस वासना के लिए तुमने ये पाप किया है आज से तू उसके योग्य नहीं रहेगा
अहिल्या ऋषि से बोली स्वामी मुझे क्षमा करें
इंद्र ने मेरे साथ छल किया इसमें मेरी कोई गलती नहीं है
गौतम ऋषि ने अपनी पत्नी अहिल्या की एक भी बात नहीं सुनी
गौतम ऋषि ने अपनी पत्नी अहिल्या को पत्थर बनने का शाप दे दिया
ऋषि पत्नी अहिल्या उसी समय नारी से पत्थर बन गई
त्रेता युग में ऋषि विश्वामित्र के साथ राम और लक्षण मिथिला जा रहे थे
रास्ते में गौतम ऋषि का आश्रम पड़ा और वहीं पर एक पत्थर था
उस पत्थर से आवाज आ रही थी राम राम राम
श्रीराम विश्वामित्र से बोले गुरुजी बार बार मुझे कौन पुकार रहा है
विश्वामित्र ने अहिल्या की सारी कथा श्रीराम को सुनाया
विश्वामित्र श्रीराम से बोले ये गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या हैं
गौतम ऋषि के शाप से पत्थर बन गई हैं बिना अपराध के सजा पा रही हैं
छल इंद्र ने किया सजा अहिल्या को मिला
कितने वर्षों से ये तुम्हारा राह देख रही हैं
एक न एक दिन श्रीराम आयेंगे और मेरा उद्धार होगा
कभी न कभी राम इस रास्ते से आयेंगे और मेरा उद्धार करेगें
हे राम अपने चरण स्पर्श से अहिल्या का उद्धार करो
श्रीराम के चरण स्पर्श से अहिल्या का उद्धार हुआ और अहिल्या पत्थर से नारी बन गई
Very nice post
ReplyDeleteश्रीराम के चरण स्पर्श से अहिल्या का उद्धार हुआ और अहिल्या पत्थर से नारी बन गई उत्तम
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